फतेहपुर, शमशाद खान । बिन्दकी तहसील के खजुहा ब्लाक के अन्र्तगत आने वाली गढ़ी गांव के लोगों ने आज जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि गांव मे सस्ते गल्ले एवं मिट्टी के तेल का कोटा है तथा चुनावी रंजिश के चलते कुछ लोगों ने उपजिलाधिकारी को गुमराह करके कोटेदार की शिकायत कर दी थी जिस पर कोटा निलम्बित कर दिया गया था। इस मामले की जांच कराये जाने पर कोटेदार के खिलाफ लगाये गये आरोप पूरी तरह से गलत पाया गया था जिस पर उपजिलाधिकारी ने कोटा बलाह किये जाने के आदेश जारी किये थे किन्तु पूर्ति निरीक्षक अपनी मनमानी के चलते कोटा बहाल नही होने दे रहा है। जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्ति निरीक्षक के खिलाफ जांच कराये जाने के निर्देश दिये हैं।
खजुहा विकास खण्ड के गढी गांव की ग्रामीण महिलाओं ने आज जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि गांव का कोटेदार सरकारी मनक से सम्पूर्ण उपभोक्ताओं को राशन और मिट्टी के तेल का वितरण करता था किन्तु प्रधानी की रंजिश के चलते अफरोज जहां पत्नी नाजिम तथा दिलशाद जहां पत्नी साहिद व हामिद अली पुत्र गफूर शाह और जरीना पत्नी रहूफ एवं शम्मा पत्नी मुबारक ने कोटेदार के ऊपर नाजायज दबाव बनाकर राशन लेना चाहते थे जिस पर कोटेदार ने उपरोक्त लोगों की बातों को मानने से इंकार कर दिया था। इस बात से नाराज होकर सभी लोगों ने कोटेदार की शिकायत उपजिलाधिकारी से की थी। उपजिलाधिकारी ने कोटा निलम्बित कर दिया था और जांच नायब तहसीलदार को सौंप दी थी। नायब तहसीलदार ने जांच के दौरान आरोप फर्जी पाया था तथा जांच रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को दी थी जिस पर उपजिलाधिकारी ने कोटा बहाल किये जाने के आदेश पूर्ति निरीक्षक खजुहा सिद्धार्थ सौरभ को दिया था किन्तु पूर्ति निरीक्षक अवैध वसूली केे चक्कर मे अभी तक कोटा बहाल नही किया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि पूर्ति निरीक्षक हमेशा नशे मे रहता है तथा सम्बद्ध कोटेदार तुलसीदास से उसके बहुत मधुर सम्बन्ध है जिसके चलते वह कोटा नही बहाल होने दे रहा है। ग्रामीणो ने जिलाधिकारी से कोटा बहाल कराये जाने की मांग की है। इस मौके पर नसीर अहमद, जफर, फारूकी, मुशीर अहमद, इस्माइल, विनोद कुमार, रामशंकर, संजय, दुली खां, रामश्री, निशा, महादेवी, बड़की, गंगाजली, नफीस खां समेत बड़ी संख्या मे ग्रामीण मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment